// // Leave a Comment

नहीं हैं किसी का गुलाम तू सूरत वापस खुद को संभाल तू सूरत

नहीं हैं किसी का गुलाम तू सूरत
वापस खुद को संभाल तू सूरत
इन साड़ियो की दमक को
फिर से निखार तू सूरत
खूबसूरत सी सूरत को
फिर से संवार तू सूरत
अपने हीरो की चमक को
फिर से तराश तू सूरत
हमको ना तुझसे एतराज सूरत
सुरत वासी की तू पहचान हैं सुरत
हर इंसान की तू जान हैं सूरत
सलाम सूरत सलामत सूरत
हम सब तेरी आवाज सूरत
कमल गर्ग

0 comments:

Post a Comment