-----Original Message-----From: DHL COURIER <diamondexpresscourierservice.@silver.ocn.ne.jp>To: undisclosed-recipients:;Sent: Wed, 5 Jul 2017 9:53 pmSubject: Your ATM MasterCard is ReadyDear Sir/MadamThis is to officially inform you that we have been having meetings for the past Three (3) Weeks which ended yesterday with Mr. Jim Yong Kim the World Bank president and other seven continent presidents, on the Congress we treated on solution to Scam victim problems.Note: we have decided to contact you following the reports...
लालच का कलश

एक घुड़सवार ने यह आवाज सुनी,'जिस पेड़ के नीचे से तुम अभी-अभी गुजरे हो, उसकी जड़ के पास सात कलश रखे हैं। उनमें से छह में
सोना भरा है और सातवां आधा खाली है। यदि तुम इस कलश को सोने से भर दोगे तो तुम
अन्य सभी कलशों के स्वर्ण के स्वामी बन जाओगे। यह सुनकर घुड़सवार फूला न समाया। वह
सातों कलश लेकर घर पहुंचा। अपनी पत्नी के साथ मिलकर घर में रखे सारे सोने को
मिलाकर वह उस कलश को भरने लगा, पर कलश नहीं भरा। हारकर वह घुड़सवार सातों कलशों को लेकर...
गलती भगाएं प्रगति पाएं
कई बार व्यक्ति स्वयं की त्रुटियाँ नहीं निकला पाता। ऎसे में उसे ऐसे व्यक्ति की सहायता लेनी चाहिए जो वास्तविक त्रुटियाँ निकाल सके।
एक बार एक शिल्पकार था। वह जब भी कोई मूर्ति बनाता तो स्वयं ही उसकी कमियाँ ढूंढता और फिर वैसी ही दूसरी मूर्ति बनाता जिसमें वह कमियाँ नहीं होती। वह पहली मूर्ति को नष्ट कर देता और दूसरी मूर्ति को ही बाजार में बेचता था। एक बार उसने अत्यंत सुंदर मूर्ति बनाई। जब उसने देखा कि इस मूर्ति में कोई कमी नहीं है, तो वह...
माँ - कहानी (प्रेमचंद)
आज बन्दी छूटकर घर आ रहा है। करुणा ने एक दिन पहले ही घर लीप-पोत रखा था। इन तीन वर्षो में उसने कठिन तपस्या करके जो दस-पॉँच रूपये जमा कर रखे थे, वह सब पति के सत्कार और स्वागत की तैयारियों में खर्च कर दिए। पति के लिए धोतियों का नया जोड़ा लाई थी, नए कुरते बनवाए थे, बच्चे के लिए नए कोट और टोपी की आयोजना की थी। बार-बार बच्चे को गले लगाती ओर प्रसन्न होती। अगर इस बच्चे ने सूर्य की भॉँति उदय होकर उसके अंधेरे जीवन को प्रदीप्त न कर दिया होता, तो कदाचित् ठोकरों ने उसके जीवन का अन्त कर दिया होता। पति के कारावास-दण्ड के तीन ही महीने बाद...
अदभुत त्याग / मोहनदास करमचन्द गांधी
अक्सर सामान्य पाठकय-पुस्तकों से हमें अचूक उपदेश मिल जाते है। मैं उर्दू
की रीडरें पढ़ रहा हूं। उनमें कोई-कोई पाठ बहुत सुन्दर दिखाई देते है। ऐसे
एक पाठ का असर मुझ पर तो भरपुर हुआ है। दूसरों पर भी हो सकता है। अत: उसका
सार यहां दिये देता हूं।
पैगम्बर साहब के देहान्त के बाद कुछ ही बरसों में अरबों और रुमियों
(रोमनों) के बीच महासंग्राम हुआ। उसमें दोनों पक्ष के हजारों योद्धा खेत
रहे, बहुत से जख्मी भी हुए। शाम होने पर आमतौर से लड़ाई बंद हो जाती थी। एक
दिन जब इस तरह लड़ाई बंद हुई तब अरब सेना का एक अरब अपने चचेरे भाई को
ढूंढ़ने...
मोहब्बत के पैगम्बर - हजरत उमर
रात का समय था। सारा मदीना शहर सोया पड़ा था। उसी समय हजरत उमर शहर से बाहर निकले। तीन मील जाने के बाद एक औरत दिखाई दी। वह कुछ पका रही थी। पास ही दो तीन बच्चे रो रहे थे। हजरत उमर ने उस औरत से पूछा, “ये बच्चे क्यों रो रहे है?” औरत ने जबाब दिया, “भूखे हैं। कई दिन से खाना नहीं मिला। आज भी कुछ नहीं है। खाली हांडी में पानी डाल कर पका रही हूं।
हजरत ने पूछा, “ऐसा क्यों कर रही हो?...
जीवन नहीं बदल सकते
अपना जीवन न तो किसी को दिया जा सकता है और ना ही किसी से उसका जीवन उधार लिया जा सकता है। जिन्दगी में प्रेम का, खुशी, का सफलता या असफलता का निर्माण आपको ही करना होता है इसे किसी और से नहीं पाया जा सकता है।
बात दूसरे महायुद्ध के समय की है। इस युद्ध में मरणान्नसन सैनिकों से भरी हुई उस खाई में दो दोस्तों के बीच की यह अद्भुत बातचीत हुई थी। जिनमें से एक बिल्कुल मौत के दरवाजे पर खड़ा है। वह जानता है कि वह मरने वाला है और उसकी मौत कभी भी हो सकती है। इस स्थिति में वह अपने पास ही पड़े घायल दोस्त से बोलता है। दोस्त में जानता हूं तुम्हारा...